Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY)
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राजस्थान (Rajasthan Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY) : राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हमारे देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103 वीं जयंती पर 19 नवंबर 2020 को राज्य की गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण सुविधाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित है।
माननीय मुख्यमंत्री के बजट घोषणा वर्ष 2020-21 के पालन में इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राज्य के चार आदिवासी जिलों प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर और सहरिया बहुल जिला बारां में शुरू की गई है. योजना के क्रियान्वयन से इन जिलों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। इसी क्रम मे मुख्यमंत्री महोदय द्वारा वर्ष 2022-23 मे इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का विस्तार करते हुए बाकी अन्य 28 जिलों को शामिल करते हुए राज्य के सभी जिलों मे लागू करने की बजट घोषणा की गई ।

इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना क्यों लागू की गई, इसका मुख्य उद्देश्य क्या था, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के क्या लाभ हैं, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना से किसे लाभ मिलेगा, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के क्या लाभ हैं प्रमुख विशेषताएं, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए आवेदन कैसे करें, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए बजट निर्धारित, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं यह महत्वपूर्ण है, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें, आदि। आज हम इस लेख के माध्यम से सभी बिंदुओं को जानेंगे और इस योजना का लाभ भी उठाएंगे।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Kya Hai ?
राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना (Rajasthan Matritva Poshan Yojana 2023)हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हमारे देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103 वीं जयंती पर 19 नवंबर 2020 को राज्य की गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण सुविधाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Kab Shuru Hui ?
योजना का नाम इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY) होगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हमारे देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103 वीं जयंती पर राज्य के चार आदिवासी जिलों प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर और सहरिया बहुल जिला बारां में 19 नवंबर 2020 को शुरू की गई । मुख्यमंत्री महोदय द्वारा वर्ष 2022-23 मे इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का विस्तार करते हुए बाकी अन्य 28 जिलों को शामिल करते हुए राजस्थान के सभी जिलों मे यह योजना 01 अप्रैल 2022 से लागू की गई ।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का प्रमुख उद्देश्य व लक्ष्य
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं और 3 साल तक के बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार करके जन्म के समय कम वजन और दुर्बलता की घटनाओं को कम करना है।
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इस योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 (NFSA-2013) के प्रावधानों की पालना के साथ-साथ राजस्थान सरकार की कुपोषण निवारण रणनीति ‘सुपोषित राजस्थान – विजन 2022’ का लक्ष्य पूरा करने के लिए सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन संचार (Social and Behaviour Change Communication- SBCC) रणनीति को अपनाना भी है। यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत समेकित बाल विकास सेवाएं (ICDS) और चिकित्सा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की स्वास्थ्य प्रणाली का उपयोग करते हुए लागू की जाएगी।
राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का क्षेत्र
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राज्य के चार जनजातीय जिलों प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर तथा सहरिया बहुल जिला बारां के अतिरिक्त बाकी अन्य 28 जिलों को शामिल करते हुए राज्य के सभी 33 जिलों मे लागू की जाएगी।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का स्वरूप व देय लाभ
योजनान्तर्गत दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थियों को निम्नलिखित पांच चरणों में 6,000 रुपये का नकद लाभ दिया जायेगाः। योजना की लेटेस्ट अपडेट के अनुसार अब दूसरी संतान लड़की होने पर 8000 रुपये व लड़का होने पर 6000 का लाभ दिया जाएगा ।

किश्त | शर्त | राशि |
पहली | गर्भावस्था जांच व पंजीकरण (ANC & Registration) होने पर (अंतिम माहवारी तिथि से 120 दिनों के भीतर पंजीकरण होने पर ) | 1,000 |
दूसरी | कम से कम 2 प्रसव पूर्व जांचें (ANC) पूरी होने पर (गर्भावस्था के 6 महीने के भीतर) | 1,000 |
तीसरी | बच्चे के जन्म पर, (संस्थागत प्रसव (Institutional Delivery) पर) | 1,000 |
चौथी | बच्चे के 31/2 माह (105 दिवस) की उम्र तक के सभी नियमित टीके लग जाने व नवजात बच्चे का जन्म पंजीकरण होने पर (टीकाकरण के अंतर्गत बच्चे को BCG, OPV, DPT और हेपेटाइटिस – बी या इसके समकक्ष विकल्प की पहली खुराक मिलने पर) | 2,000 |
पांचवीं | द्वितीय संतान के उपरान्त दम्पती द्वारा संतान उत्पत्ति के 3 माह के भीतर स्थायी परिवार नियोजन साधन अपानाये जाने (PP Sterlisation) अथवा महिला द्वारा कॉपर टी (PPIUCD) लगवाया जाने पर | 1,000 |
कुल राशि | 6,000 |
Rajasthan Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY) निर्बन्धन एवं शर्ते
1. ऐसी सभी महिलाओं को योजना के लिए पात्र लाभार्थी माना जाएगा
- प्रथम चरण : जो 01.11.2020 को या उस तारीख के बाद से दूसरी संतान के साथ गर्भवती हैं । अथवा उस तारीख के बाद दूसरी संतान के लिए प्रथम एएनसी के रूप में पंजीकृत हुई हैं।
- द्वितीय चरण : “जो 01.04.2022 को या उसके बाद दूसरे बच्चे के लिए गर्भवती हैं, साथ ही यदि महिला निर्धारित तिथि 01.04.2022 से पहले गर्भवती है, तो निर्धारित तिथि 01.04.2022 पर और उसके बाद उस योजना की किस्त जिसके लिए उसे पात्र होगी, उसे दी जाएगी योजना की शर्तों के अनुसार उस किश्त के साथ बाद की सभी किश्तों के लिए पात्र मानी जाएगी।
2. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के ऑनलाइन पोर्टल प्रेग्नेंसी एंड चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम (पीसीटीएस) में दर्ज उसकी अंतिम माहवारी (एलएमपी) की तारीख से लाभार्थी की गर्भावस्था की तारीख की गणना की जाएगी।
3. जो महिलाएं केंद्र सरकार या राज्य सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में नियमित रोजगार में हैं या जो किसी अन्य लागू कानून के तहत समान लाभ प्राप्त कर रही हैं, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
4. जहां इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के तहत पंजीकरण के बाद लाभार्थी की मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (एमटीपी) / मृत बच्चे के जन्म की शर्त है, वह लाभार्थी भविष्य के गर्भधारण की स्थिति के लिए पात्र होगा। दूसरे बच्चे के मामले में भी मैं लाभ पाने के लिए पात्र होऊंगा, भले ही उसे पहले सभी किश्तों का लाभ मिल गया हो।
5. योजना की शर्तों के अधीन गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली आंगनबाडी कार्यकर्ता/आंगनवाड़ी सहायिका/आशा सहयोगिनी/साहिन भी इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
6. कोई भी महिला एक साथ इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना (IGMPY) और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) की किश्तों का लाभ समान शर्तों पर नहीं ले सकती है।
नोट:- यदि लाभार्थी द्वारा किसी भी चरण का पालन नहीं किया जाता है, तो उस चरण के लिए देय राशि उसे प्रदान नहीं की जाएगी। बशर्ते कि एक चरण के बाद अगले चरण की शर्त उसके द्वारा अगले चरण में पूरी की जाती है, तो उसे अगले चरण की राशि दी जाएगी।
Rajasthan Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY) वित्तीय प्रबंधन
योजना के अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियों यथा, लाभार्थी को नकद लाभ हस्तांतरण, सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्ततन संचार प्रशिक्षण, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता / सहायिका को देय प्रोत्साहन राशि तथा प्रशासनिक व्यय का पर प्रति वर्ष कुल राशि रू. 234.14 करोड़ का व्यय किए जाने का प्रावधान है, जिसका वित्तीय प्रबन्धन निम्नानुसार किया जाएगा –
योजना के अंतर्गत वित्तीय प्रबंधन में लाभार्थी को नकद लाभ हस्तांतरण राशि (Direct Benefit Transfer Cost- DBT) खान विभाग के अधीन राज्य स्तर पर निर्मित राज्य मिनरल फण्ड (SMF) से दी जाएगी । सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन संचार (Social and Behaviour Change Communication- SBCC) रणनीति हेतु भी इस कोष से राशि दी जा सकेगी।
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योजना हेतु प्रशासनिक व्यय की राशि व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को देय कार्य प्रोत्साहन राशि राज्य सरकार द्वारा अन्य मद से दी जाएगी । इस योजना हेतु राशि इंदिरा महिला शक्ति निधि (प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी महिला शक्ति निधि) के अंतर्गत प्राविधित की जा सकेगी।
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना के लिए आवेदन हेतु दस्तावेज
- अन्य दस्तावेज* : Photocopy of Mamta Card
- जन-आधार/भामाशाह कार्ड की प्रति* : Copy of Jan Aadhar Card
- बैंक पासबुक की प्रति* : Copy of Bank Passbook
IGMPY Yojana आवेदन/चयन प्रक्रिया एवं योजना का क्रियान्वयन
योजना के तहत लाभार्थी के आवेदन/चयन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिसके लिए एकीकृत बाल विकास सेवा निदेशालय के तहत एक सॉफ्टवेयर/पोर्टल विकसित किया जाएगा। इस ऑनलाइन प्रणाली में मूल रूप से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की गर्भावस्था, प्रसूति, जन्म और टीकाकरण के लिए मौजूदा प्रणाली जैसे – पीसीटीएस पोर्टल एपीआई के माध्यम से डेटा एकीकरण करके ऑनलाइन प्रविष्टि करेगा। इसके बाद आंगनबाडी कार्यकर्ता या आशा सहयोगिनी से आवश्यकतानुसार डाटा का क्रास-वेरीफाई कर चरणबद्ध तरीके से निर्धारित राशि के भुगतान की व्यवस्था की जायेगी.
राशि का भुगतान लाभार्थी को उसके स्वयं के खाते में किया जाएगा, जिसके लिए निर्धारित भुगतान गेटवे का उपयोग करके भुगतान तंत्र विकसित किया जाएगा। नामांकित लाभार्थी को सत्यापित करने और कार्यक्रम की निगरानी के लिए एकीकृत डैशबोर्ड कार्यक्षमता के साथ एक एंड्रॉइड और वेब-आधारित प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) विकसित की जाएगी। यह प्रणाली एकीकृत बाल विकास सेवा निदेशालय के तहत संचालित और प्रबंधित की जाएगी और इसे राज्य के स्टेट डाटा सेंटर में होस्ट किया जाएगा।
Rajasthan Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY)
योजना के समुचित क्रियान्वयन के लिए एक प्रक्रिया मार्गदर्शिका तैयार की जाएगी, जिसमें विस्तृत प्रक्रिया मार्गदर्शिका निर्धारित की जाएगी। योजना में आवेदन की सरलता और उनकी कार्य योजना के बेहतर परिणाम के दायित्व के लिए अभिविन्यास और मार्गदर्शन के लिए उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा। योजना के तहत पंजीकृत लाभार्थी को प्रत्येक एमसीएचएन दिवस, वीएचएसएन दिवस, पोषण दिवस, पोषण वितरण दिवस और एएनसी यात्रा पर परामर्श दिया जाएगा, जब तक कि उसका बच्चा तीन वर्ष का नहीं हो जाता। परामर्श के तहत लाभार्थी को चरणबद्ध तरीके से गर्भावस्था, मातृत्व और बच्चे के पालन-पोषण, पोषण संबंधी जानकारी और उचित आहार के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसी क्रम में गर्भावस्था के दौरान देखभाल के महत्व, मातृत्व में पोषण और बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को समझाने के लिए उपयुक्त सूचना सामग्री, पुस्तिकाएं, कार्ड आदि तैयार किए जाएंगे। योजना के तहत सभी संबंधित कर्मियों एवं मानदेय कार्यकर्ताओं जैसे आंगनबाडी कार्यकर्ता, आंगनबाडी सहायिकाओं, आशा सहयोगिनी, एएनएम एवं विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसके लिए योजना के सहभागी भागीदार द्वारा उपयुक्त सुविधा/सूचना सामग्री विकसित की जाएगी।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को मिला राष्ट्रीय स्तर का ‘स्कॉच अवार्ड’
19 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली स्थित इंडिया हेबिटेट सेंटर में आयोजित समारोह में राजस्थान में गर्भवती महिलाओं की पोषण संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के उद्देश्य से चलाई जा रही ‘इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना’ को राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में इस योजना को द्वितीय पुरस्कार (सिल्वर मेडल) दिया गया। समेकित बाल विकास सेवाओं के निदेशक रामावतार मीणा एवं योजना में तकनीकी सहयोग दे रही संस्था आईपीई ग्लोबल की प्रतिनिधि दिव्या संथानम ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
Key Points for Competetive Exam of Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana (IGMPY)
योजना का नाम | इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना |
योजना का प्रारंभ | प्रथम चरण : 19 नवंबर 2022 (प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर तथा सहरिया बहुल जिला बारां) द्वितीय चरण : 01 अप्रैल 2022 (शेष सभी जिलों सहित सम्पूर्ण राजस्थान मे) |
योजना का संचालन | महिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान |
योजना का लाभ | लाभार्थी को 6,000 रूपये की नकद सहयोग राशि (5 किस्तों मे) |
योजना का बजट | 234 करोड़ रुपये |
योजना रिपोर्ट (दिसम्बर 2022 तक) | योजना के अंतर्गत अब तक 32,924 महिलाओ को 7.1 करोड़ का लाभ प्रदान किया गया । |
योजना का विवरण | यहाँ क्लिक करे |
Official Website | wcd.rajasthan.gov.in |
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Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana FAQ’s
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना किस राज्य की योजना है ?
राजस्थान
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना कब शुरू हुई ?
प्रथम चरण : 19 नवंबर 2022 (प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर तथा सहरिया बहुल जिला बारां) द्वितीय चरण : 01 अप्रैल 2022 (शेष सभी जिलों सहित सम्पूर्ण राजस्थान मे) को शुरू हुई ।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का बजट कितना है ?
प्रति वर्ष कुल राशि रू. 234.14 करोड़ रुपये
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना मे क्या लाभ दिया जाता है ?
इस योजना मे गर्भवती महिलाओ को 6000 रुपये का लाभ दिया जाता है ।